वार्षिक लेखन प्रतियोगिता (आखिरी विदाई)
आखरी विदाई पर मेरा ,सब को आशीर्वाद।
रहना सब अपनी अपनी, दुनिया में आबाद।
यही है, एक बुजुर्ग का कहना ।
मेरे बच्चों तुम, अपनी दुनिया में सभी सुखी रहना।
यह दुआएं मांग लूंगा, मैं ऊपर जाकर भगवान से। कोई कष्ट ,ना मिले मेरे बच्चों को इस जहान में।
फले फूले मेरे बच्चे, जिंदगी की हर खुशी मिले।
उच्चतम कामयाबी, मेरे बच्चों को हमेशा मिले।
मैं चाहे तारा बन जाऊं, ऊपर से भी तुम्हें निहारूगाँ।
छाया बनकर पेड़ की ,तुम्हें तेज धूप से बचा लूंगा।
मेरी आखिरी विदाई पर, यू आंसू ना बहाना। श्रेष्ठ कर्म अपने करना ,बस मेरे संस्कारो ना भुलाना।
विदाई की घड़ी आ गई करीब है । हाथ पैर चलते जा रहा हूं यही सबसे बड़ा नसीब है।
प्रभु बस मुझे ,अपने चरणों में स्थान दे दे। मेरे जाने के बाद यह दुआएं करना ऐसा भाग्य मुझे दे दे
Ekta shrivastava
19-Feb-2022 08:49 PM
हृदय तल तक पहुँची आपकी रचना 👏👏👏👏
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NEELAM GUPTA
19-Feb-2022 11:12 PM
🙏🙏
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Seema Priyadarshini sahay
19-Feb-2022 05:23 PM
बहुत ही सुंंदर हृदय स्पर्शी रचना
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NEELAM GUPTA
19-Feb-2022 11:12 PM
🙏🙏
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